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देहरादून के आरती, आयुष इजरायल से दिल्ली पहुंचे तो खुशी का ठिकाना नहीं, जानिये हमास के बारे में सब कुछ, उधर दिल्ली में आज हाई एलर्ट
नई दिल्ली। इजरायल और हमास के बीच भीषण युद्ध के बीच लाखों विदेशी नागरिकों वहां फंसे हुए हैं। भारत सरकार ने अपने नागरिकों को इजरायल से लाने के लिए विशेष विमान भेजने का क्रम शुरू कर दिया है। इसी क्रम में शुक्रवार को नई दिल्ली में उत्तराखंड के दो नागरिक भी स्वदेश पहुंचे।
भारत सरकार द्वारा ऑपरेशन अजय के तहत इजराइल से भारतीय नागरिकों को विशेष विमान से शुक्रवार तड़के दिल्ली लाया गया। स्वदेश लौटे नागरिकों में उत्तराखण्ड की सुश्री आरती जोशी और श्रीआयुष मेहरा भी हैं, जिन्हें उत्तराखण्ड सरकार के प्रतिनिधि द्वारा एयरपोर्ट पर रिसीव किया गया। सुश्री आरती और आयुष अपने परिवार के साथ देहरादून के लिए रवाना हो गए। उन्होंने सकुशल स्वदेश वापसी पर सरकार का धन्यवाद व्यक्त किया।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर इजराइल से स्वदेश लाए जा रहे उत्तराखण्ड के नागरिकों को एयरपोर्ट पर रिसीव करने और उत्तराखण्ड सदन, दिल्ली में लाने एवं खाने की व्यवस्था की गई है। इसके बाद उनको उत्तराखण्ड रोडवेज की बसों से गंतव्य तक भेजा जा रहा है।
बता दें कि भारत ने इजरायल में फंसे अपने नागरिकों की वापसी के लिए ऑपरेशन अजय शुरू किया है. इसके तहत आज पहली फ्लाइट इजऱायल के तेल अवीव एयरपोर्ट से चलकर दिल्ली एयरपोर्ट पहुंची, जिसमें २१२ भारतीय स्वदेश लौटे हैं। एक अनुमान के अनुसार, इजरायल में जारी युद्ध में १८ हजार के लगभग भारतीय फं से हैं, जिन्हें जल्द से जल्द वापस लाने के लिए प्रयास किया जा रहा है।
शेख अहमद यामीन ने स्थापना की थी हमास की
इस्लामिक रेजिस्टेंस मूवमेंट जिसे आज आप हमास के रूप में जानते हैं उसकी स्थापना १९८० में शेख अहमद यासीन ने की थी. ऐसा माना जाता है कि इस संगठन की स्थापना इजारइल के खिलाफ उठे विद्रोह के आधार पर की गई थी।
इजराइल और हमास के बीच संघर्ष थमने का नाम नहीं ले रहा है। ७ अक्टूबर को जिस तरह से इजराइल पर हमाल के लड़ाकों ने बर्बरतापूर्वक हमला किया, उससे पूरी दुनिया में गुस्सा है। इजराइल ने ऐलान कर दिया है कि उसके लिए ये एक युद्ध है और वो तब तक नहीं रुकेगा जब तक कि गाजा पट्टी से हमास का नामों निशान ना मिटा दे।
७ अक्टूबर से अब तक इजराइल ने गाजा पर इतने बम बरसाए हैं कि पूरा इलाका श्मसान बन गया है। हालांकि, इसके बाद भी हमास ने हार नहीं मानी है और उसके लड़ाके अभी भी इजराइल पर मिसाइलों से, मोर्टार से हमले कर रहे है।
अपने लड़ाकों को तनख्वाह देता है हमास
आपको बताते हैं कि आखिर हमास अपने लड़ाकों को कितना पैसा देता है. इसके साथ ही ये भी बताते हैं कि अगर कोई लड़ाका लड़ाई में मारा जाता है तो फि र उसके परिवार को हमास कितना पैसा देता है।
पहले जानिए हमास क्या है?
इस्लामिक रेजिस्टेंस मूवमेंट जिसे आज आप हमास के रूप में जानते हैं उसकी स्थापना १९८० में शेख अहमद यासीन ने की थी. ऐसा माना जाता है कि इस संगठन की स्थापना इजारइल के खिलाफ उठे विद्रोह के आधार पर की गई थी. दरअसल, इसकी स्थापना के बाद साल १९८८ में हमास ने घोषणा कर दी थी कि इस संगठन की स्थापना फि लिस्तीन को मुक्त कराने के लिए की गई है।
अपने लड़ाकों को कितना पैसा देता है हमास
हमास का मानना है कि वो फिलिस्तीनियों के लिए लड़ रहा है और इस्लाम का परचम बुलंद करना उसका मकसद है. ऐसे में जो लोग भी इसके संगठन के साथ आते हैं वो लोग फिलिस्तीनियों के हक के लिए लड़ रहे होते हैं. हमने इंटरनेट पर भी काफी तलाश की लेकिन हमें कहीं ये लिखा नहीं मिला कि हमास अपने लड़ाकों को हर महीने सैलरी के रूप में कुछ देता है. हालांकि, इतना जरूर है कि वो अपने लड़ाकों के परिवारवालों की मदद जरूर करता है. जो भी लड़ाका लड़ाई में मारा जाता है, हमास उसके परिवार की आथिज़्क रूप से मदद करता है. ये राशि कितनी भी हो सकती है. यानी ये पहले से तय नहीं है.
खुफिया एजेंसियां हाई एलर्ट पर
नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली आज हाई अलर्ट पर है. दरअसल, खुफि या एजेंसियों ने दिल्ली पुलिस को अलर्ट भेजा है. जिसमें कहा गया है कि दिल्ली में विरोध प्रदर्शन की आड़ में माहौल खराब करने की कोशिश हो सकती है। जानकारी के मुताबिक, खुफिया एजेंसियों को दिल्ली के अलावा कुछ शहरों को लेकर इनपुट मिला है. जिसके मद्देनजर जुम्मे की नमाज के दौरान दिल्ली के सभी जिले के अधिकारी भारी फ ोर्स के साथ सड़कों मौजूद रहेंगे।
भारत इस मुश्किल घड़ी में इजरायल के साथ खड़ा है: पीएम
हमास के द्वारा इजरायल पर किए गए हमले में भारत ने खुलकर इजरायल का समर्थन किया है। कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने फ ोन पर बात की थी। इस दरान नेतन्याहू ने मोदी को जंग के बारे में पूरी जानकारी दी, वहीं पीएम मोदी ने भरोसा दिलाते हुए कहा- भारत के लोग इस मुश्किल घड़ी में इजरायल के साथ हैं। हम हर तरह के आतंकवाद के खिलाफ हैं।