अल्मोड़ा
रिटायरमेंट के बाद पति हुआ बीमार तो पत्नी ने खुद संभाली जिम्मेदारी, बन गई टैक्सी ड्राइवर
हल्द्वानी: मैंने मायके में खाना बनाना तक नहीं सीखा। हालात व परिस्थितियां सबकुछ सीखा देती हैं। सेना से सेवानिवृत्त पति अचानक बीमार पड़ गए और टैक्सी की किस्त चुकाना भारी पड़ने लगा। तब मैंने टैक्सी को खुद चलाने का निर्णय लिया। अब हर दिन रानीखेत-हल्द्वानी और हल्द्वानी-रानीखेत का सफर करती हूं। यह कहना है कुमाऊं की पहली महिला टैक्सी चालक रेखा पांडे का।
अल्मोड़ा जिले के रानीखेत सुदामापुरी में रहने वाली रेखा पांडे टैक्सी चलाते हुए इंटरनेट मीडिया पर खूब वायरल हो रही हैं। लोग उनके हौसले की तारीफ कर रहे हैं। परिवहन मंत्री चंदन रामदास ने भी रेखा से फोन पर बात कर उनकी तारीफ की है।
रेखा मूल रूप से बागेश्वर जिले के गरुड़ क्षेत्र के भेटा की रहने वाली हैं। उनका सुसराल रानीखेत में है। दो महीने से वह रानीखेत से हल्द्वानी के बीच टैक्सी चला रही है। रेखा ने बताया कि उनके पति भारतीय सेना से रिटायर हैं। वह टूर एंड ट्रैवल कारोबारी थे।
तबीयत खराब होने के बाद काम को कोई और संभाल रहा था, लेकिन घाटा होने की वजह से रेखा ने घर की आर्थिक जिम्मेदारी खुद उठाने का फैसला किया। सुबह घर के सारे काम निपटाने के बाद वह कार लेकर हल्द्वानी को आती हैं।

