राजनीति
सीएम चन्नी के बाद भाजपा ने भी लिखा चुनाव आयोग को पत्र, पंजाब में 14 फरवरी को मतदान टालें, जानें वजह
पंजाब की राजनीतिक पार्टियों ने चुनाव आयोग पर मतदान की तारीख 14 फरवरी से आगे बढ़ाने को लेकर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के बाद भारतीय जनता पार्टी, पंजाब लोक कांग्रेस पार्टी और शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर 16 फरवरी को गुरु रविदास जयंती को देखते हुए मतदान की तारीख आगे बढ़ाने की मांग की है।
तीनों ही पार्टियों ने आयोग को अलग-अलग पत्र लिखा है। पत्र में लिखा गया है कि 16 फरवरी को गुरु रविदास जयंती का पावन पर्व होने के कारण राज्य का एक बड़ा वर्ग वाराणसी जा सकता है। ऐसे में यदि राज्य में मतदान हुआ तो वह लोग वोट देने के अधिकार से वंचित रह जाएंगे। ऐसे में भाजपा पंजाब चुनाव आयोग से राज्य में 14 फरवरी को होने वाले मतदान को कुछ दिन आगे बढ़ाने की मांग करती है।
भाजपा के प्रदेश महासचिव डाक्टर सुभाष शर्मा ने बताया कि रविदास जयंती के पावन पर्व को देखते हुए माननीय चुनाव आयोग से 14 फरवरी को तय की गई वोटिंग की तिथि को आगे बढ़ाने की मांग की गई है। उन्होंने कहा कि भाजपा को उम्मीद है कि चुनाव आयोग उनकी इस मांग पर गौर करेगा।
डा. शर्मा ने कहा कि भाजपा सभी वर्गों को साथ लेकर चलने वाली पार्टी है, इसलिए वह नहीं चाहती कि कोई भी वर्ग अपने वोट के अहम अधिकार से वंचित रहे। कमोबेश ऐसा ही पत्र पंजाब लोक कांग्रेस पार्टी और शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) की तरफ से भी लिखा गया। तीनों ही पार्टियों ने मतदान की तारीख को आगे बढ़ाने की मांग की। बता दें, इससे पहले मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने भी इस तरह की मांग की थी। उन्होंने भी चुनाव आयोग को पत्र लिखा था।