उत्तराखण्ड
बड़ा कदम: अनुशासनहीनता पर विधायक नैनवाल, किशोर उपाध्याय समेत पांच नेताओं को तलब किया बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने
देहरादून। कुमाऊं और गढ़वाल में दो विधायकों और उनके प्रतिद्वंदियों के बीच चल रही अनुशासनहीनता के बीच भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने दो पांच नेताओं का जवाब तलब किया है। यह सभी लोग आज रविवार को प्रदेश अध्यक्ष के सामने अपनी बात रखेंगे।
लोकसभा का चुनाव मतदान संपन्न होने के बाद से ही भाजपा नेताओं के बीच कई स्थानों पर आपसी खींचतान सामने आ रही है। भारतीय जनता पार्टी को एक अनुशासित पार्टी माना जाता रहा है लेकिन नेताओं के बयानों से लगातार इस अनुशासन की पोल खुल रही है।ऐसे में अब पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने बयान बाजी करने वाले दो विधायकों किशोर उपाध्याय और प्रमोद नैन वाल के साथ ही दायित्व धारी कैलाश पंत पूर्व कैबिनेट मंत्री दिनेश घने और टिहरी के भाजपा नेता खेम सिंह चौहान को इस मामले में अपना पक्ष रखने को कहा है। उन्होंने कहा कि पांचो ही नेताओं को बयान बाजी ना करने और पार्टी फार्म पर अपनी बात रखने की हिदायत दी गई है। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि पार्टी में ऐसी अनुशासनहीनता बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
इस पूरे प्रकरण में रानीखेत विधायक प्रमोद नैनवाल और दायित्व धारी कैलाश पंत के बीच की खैरिस्तान सबसे ज्यादा चर्चा का विषय बना हुआ है। दोनों ही नेताओं ने एक दूसरे के खिलाफ सार्वजनिक बयान बाजी कर पार्टी को आशाए कर दिया है साथ ही विधायक प्रमोद नैनवाल का कथित तौर पर एक ऑडियो वायरल हुआ है जिसको लेकर भी पार्टी में काफी असमंजस था। वही विधायक किशोर उपाध्याय और उनके प्रतिद्वंद्वी के बीच भी लगातार खटपट से पार्टी में असमंजस की स्थिति बनी हुई है।