उत्तराखण्ड
22 दिन बाद पकड़ी जा सकी हमलावर बाघिन, 1 को मारा, 3 बार हमला किया, 10 मीटर की दूरी से किया गया ट्रैंक्यूलाइज
रामनगर: दो लोगों पर हमला करने वाली बाघिन को कार्बेट टाइगर रिजर्व की रेस्क्यू टीम ने 22 दिन बाद पकड़ लिया। बाघिन ने रेस्क्यू टीम पर तीन बार हमला भी किया। करीब दस मीटर की दूरी से ट्रैंक्यूलाइज गन से उसे बेहोश कर ढेला रेस्क्यू सेंटर में भेजा गया है।
कार्बेट पार्क के सर्पदुली रेंज में बाघिन ने 15 जून को ठेकेदार के बाइक सवार श्रमिक पर हमला कर उसे मार डाला था। दो दिन बाद बाघ ने सर्पदुली से रामनगर आ रहे दैनिक वाचर की बाइक पर हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया था।
बाघिन के बढ़ते हमले से चिंतित विभाग ने उसे हटाने का निर्णय लिया। बाघिन की पहचान के लिए घटनास्थल के आसपास आठ कैमरे लगाए गए। इन कैमरों में बाघिन की गतिविधि कई बार कैद हुई। शुक्रवार शाम पांच बजे सीटीआर के उपनिदेशक नीरज शर्मा व वरिष्ठ वन्य जीव पशु चिकित्साधिकारी दुष्यंत शर्मा टीम के साथ रेस्क्यू के लिए जिप्सी से सर्पदुली पहुंचे। वह बाघिन दिखने पर रूक गए।
बाघिन के हमलावर होने का शक पुख्ता होने पर डा. दुष्यंत शर्मा ने टै्रंकुलाइज गन से डाट मारकर उसे बेहोश कर दिया। सीटीआर निदेशक नरेश कुमार ने बताया कि हमलावर बाघिन पकड़ी गई है। उसने रेस्क्यू टीम के वाहन पर हमला किया। बाघिन के डीएनए जांच के लिए उसके सेंपल डब्लयूआईआई भेजे जाएंगे। उसे रेस्क्यू सेंटर में रखा गया है।

